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वार्डविज़र्ड फूड्स एण्ड बेवरेजेज़ लिमिटेड अपने ब्राण्ड ‘‘क्विकशेफ’ के साथ गुजरात में नवरात्रि ब्राण्ड ने गरबा महोत्सवों के साथ की साझेदारी

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० संवाददाता द्वारा ०    वड़ोदरा : क्विकशेफ की निर्माता वार्डविज़र्ड फूड्स एण्ड बेवरेजेज़ लिमिटेड ने त्योहारों के इस सीज़न गुजरात में कई प्रमुख गरबा महोत्सवों के साथ साझेदारी की घोषणा की है। इस नवरात्रि क्विकशेफ राजकोट, अहमदाबाद और सूरत में रडियो मिर्ची द्वारा आयोजित कार्यक्रम रॉक एण्ड ढोल के टाइटल स्पॉन्सर के रूप में डिस्प्ले और ब्रांडिंग करेगा। इसके अलावा क्विकशेफ वड़ोदरा में तीन सबसे बड़े एवं सबसे भव्य गरबा उत्सवों- द युनाईटेड वे ऑफ वड़ोदरा, लक्ष्मी विलास पैलेस हेरिटेज गरबा और आध्यशक्ति गरबा- के लिए फूड पार्टनर की भूमिका निभाएगा तथा अपने एक्सक्लुज़िव फूड स्टॉल्स भी लगाएगा। इन स्टॉल्स में आगंतुकों के लिए स्वादिष्ट व्यंजन उपलब्ध कराए जाएंगे। इस साझेदारी के माध्यम से क्विकशेफ वड़ोदरा के गरबा उत्सवों के दौरान आगंतुकों केे लिए अपना बेहतरीन मैन्यू पेश करेगा। इससे क्विकशेफ को ज़्यादा से ज़्यादा क्लाइंट्स के साथ जुड़ने और नए बाज़ारों में प्रवेश करने का अवसर मिलेगा, क्योंक यहां औसतन 20000 से 40000 आगंतुकों के आने की उम्मीद है। साथ ही राजकोट, अहमदाबाद और सूरत में रॉक एण्ड ढोल आयोजन के लिए टाइटल स्पॉन्सर

मोहन फाउंडेशन जयपुर की मुहिम गौरवी ने आयोजित किया ऑर्गन डोनेशन टॉक शो

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० आशा पटेल ०  जयपुर ,  गौरवी ने ऑर्गन डोनेशन, टिश्यू डोनेशन, ट्रांसप्लांटेशन और उसकी जुड़ी जानकारियां और भ्रांतियों पर केंद्रित किया गया कार्यक्रम 'गेट ऑर्गन-नाइज़्ड' का आयोजन किया गया। शहर के मानसरोवर स्थित मंगलम प्लस मेडिसिटी हॉस्पिटल में आयोजित हुए इस सेशन में जयपुर के कई ऑर्गन डोनेटर्स, ऑर्गन रिसिपटेंट, सोशल एक्टिविस्ट और सोशलाइट्स मौजूद रहे। सेशन में स्पीकर्स के तौर पर मोहन फाउंडेशन जयपुर सिटीजन फोरम (एमएफजीसीएफ) की प्रॉजेक्ट डायरेक्टर डॉ अनीता हाडा, मेंबर एमएफजीसीएफ और जयपुर रोटरी पर्ल प्रेजिडेंट रेनू उबा और किडनी ट्रांसप्लांट रिसिपटेंट, इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स होल्डर, एम्बेसडर ऑर्गन इंडिया आशीष सांगवान मौजूद रहे। 4 साल पहले अपेंडिक्स सर्जरी के दौरान मुझे महसूस हुआ कि शरीर में हर ऑर्गन की क्या अहमियत है। मेरे जीवन में कोई बदलाव नहीं आया मगर जिनकी बॉडी में कोई महत्वपूर्ण अंग काम ना करे या निकाल दिया जाए तो उन्हें कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । ये समझते हुए ही मैंने अंगदान और उससे जुडी जानकारी को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश में लग गई। ये कहना था 16 वर्षीय जयश्री पेड़ी

पीआरएसआई : एक राष्ट्र,एक प्राण,एक स्वर " राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित

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० अशोक चतुर्वेदी ०  जयपुर , पब्लिक रिलेशन्स सोसायटी ऑफ इंडिया की ओर से रविवार को एक स्थानीय होटल में " आजादी का अमृत महोत्सव: एक राष्ट्र, एक प्राण, एक स्वर " विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी के मुख्य अतिथि सांसद श्री रामचरण बोहरा थे। उन्होंने कहा कि आज एक भारतः श्रेष्ठ भारत के संकल्प को लेकर देश को और अधिक मजबूत बनाने की दिशा में तेजी से कार्य प्रगति पर है। उन्होंने आजादी का महोत्सव के दौरान ऐसे ज्वलन्त विषय पर संगोष्ठी आयोजित करने के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि हम चाहे किसी भी जाति, धर्म, वर्ग और प्रान्त के हों और किसी भी विचारधारा में विश्वास करते हो हमारा परम कर्तव्य और धर्म है कि हम राष्ट्र की एकता तथा अखंडता की रक्षा के लिए सदैव संलग्न रहें। समारोह के विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार गोपाल शर्मा ने कहा कि हजारों लोगों के बलिदान और अथक परिश्रम से हमारे देश को 75 वर्ष पूर्व आजादी मिली है अब वर्तमान पीढी की जिम्मेदारी है कि वे देश को आंतरिक और बाहरी खतरों से सुरक्षित रखें तथा प्रगति और विकास के लिए सम्पूर्ण समर्पण की भावना से कार्य करें। हमें असामाजिक व विघटनकारी

डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए बचाव के उपाय

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० योगेश भट ०  व्हाट्सऐप के सुरक्षा उपाय यूज़र्स को अपने प्रियजनों के साथ कनेक्ट रहते हुए या अपने पसंदीदा व्यवसाय से बात करते हुए अपनी सुरक्षा और गोपनीयता को अपने हाथों में रखने में समर्थ बनाते हैं। व्हाट्सऐप की कुछ मूलभूत बातें दी जा रही हैं, जिनका पालन यूज़र्स को डिजिटल दुनिया में खुद को सुरक्षित रखने के लिए करना चाहिए: डिजिटल दुनिया का हिस्सा बने रहना अब कोई विलासिता नहीं, बल्कि एक जरूरत बन गई है। चाहे मैसेजिंग ऐप्स द्वारा कनेक्टेड रहना हो, शॉप चलाने के लिए पेमेंट्स ऐप का इस्तेमाल करना हो या फिर अपने व्यक्तिगत अपडेट ऑनलाईन साझा करने हों, व्यवसायों से लेकर व्यक्तियों तक, हम सभी अपनी-अपनी व्यक्तिगत और व्यवसायिक क्षमता में डिजिटल फोरम द्वारा जुड़े हुए हैं। लेकिन असली दुनिया की तरह ही डिजिटल दुनिया में भी हम सभी को अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी होता है। संदेश को फॉरवर्ड करने से पहले अच्छी तरह से विचार कर लें: व्हाट्सऐप ने सभी फॉरवर्डेड संदेशों के लिए एक लेबल बनाया है और शेयर करने से पहले यूज़र्स को उन पर विचार करने की प्रेरणा देने के लिए उन्हें फॉरवर्ड किए जाने की संख्या को सीमित कर द

नौ रूप में विराजे , समझाये हर घड़ी तू

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०  सुषमा भंडारी ०  माता ओ शेरां वाली तेरा नाम देता जीवन हैं तुझसे सारी खुशियाँ तुझसे ही मेरा तन मन नौ रूप में विराजे , समझाये हर घड़ी तू नन्ही सी बालिका बन, असुरों से है लड़ी तू ज्योति से तेरी माता, रौशन हो मेरा आंगन माता ओ____ ऊँचे शिखर पे तेरा, है वास अम्बे रानी कटरा से द्वार तेरा, कहता है हर कहानी तेरे कदमों के निशां ही,करते धरा को पावन माता ओ----------- ललकारा महिसासुर को, नौ दिन चली लड़ाई दिन आया दशमी का दुश्मन ने मुँह की खाई मिटती सदा बुराई, हो महिषासुर या रावण माता ओ शेरों वाली, तेरा नाम देता जीवन

संस्कृत के छात्र -छात्राएं राष्ट्र की मुख्य धारा की तकनीकी प्रौद्योगिकी में भी योगदान दें रहे हैं

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० योगेश भट्ट ०  नयी  दिल्ली । मध्य वर्गीय तथा खेतिहर समाज से जुड़ी संस्कृत विद्यालय स्तर की छात्रा साक्षी कटारिया (रतलाम) ,प्रतिज्ञा उपाध्याय (कटनी),मनु राजौरिया ( नर्मदापुरम),रानु मिश्रा((टीकम गढ़)तथा साक्षी पटेल (बालाघाट) को एक नामी आईटी कंपनी ने अखिल भारतीय प्रतियोगिता के आधार पर चयनित किया है तथा एक वर्ष ट्रेनिंग के बाद इन बालिकाओं को पृथक पृथक रुप में सलाना 2.20 लाख रुपये का पैकेज मिलना सुनिश्चित हुआ है । यह समाचार भी संस्कृत परिवार के लिए बहुत ही हर्ष का विषय है ।उन्होंने यह भी कहा कि समय आ गया है कि संस्कृत के छात्र -छात्राओं तथा इस भाषा के सभी अनुरागी देश के बहुमुखी विकास के संवाहक बनने के लिए सक्रिय रुप से आगे आएं क्योंकि राष्ट्र निर्माण में संस्कृत तथा इस भाषा के अनुरागियों का सदा ही महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है । कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी का मानना है कि संस्कृत में अद्भूत ऊर्जा है । सच्चे मन से पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को यह देववाणी विपुल प्रतिष्ठा तथा बहुआयामी जीवनवृत्ति का मार्ग भी प्रशस्त करती है । संस्कृत के छात्र छात्राएं न केवल पारंपरिक अपितु आधुनिक ज्ञान विज्ञान

हीरो इलेक्ट्रिक राजस्थान में मेगा इलेक्ट्रिक वाहन मैनुफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करेगा

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० यपगेश भट्ट ०  नई दिल्ली :  सालारपुर इंडस्ट्रियल क्षेत्र में स्थित, यह अत्याधुनिक मैनेफैक्चरिंग यूनिट 170 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में विस्तृत होगी और 2023 के अंत तक कमर्शियल उत्पादन शुरू कर देगी। इस आगामी सुविधा में आधुनिक उपकरण, रोबोटिक्स, और अभिनव टेक्नॉलॉजी उपलब्ध होंगी और यहाँ पर सोलर एनर्जी जैसे सतत व अक्षय संसाधनों का उपयोग किया जाएगा। यहां पर 1200 करोड़ रु. से ज्यादा का अनुमानित निवेश किया जाएगा और नौकरी के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष अवसरों का सृजन होगा। साथ ही यह पहल राजस्थान को ओईएम और अनुषंगियों के लिए इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण का नया केंद्र बनाने की ओर ले जाएगी भारत की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी, हीरो इलेक्ट्रिक ने राजस्थान सरकार के साथ एक मैमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत कंपनी दो मिलियन यूनिट्स की वार्षिक उत्पादन क्षमता के साथ अपना मेगा इलेक्ट्रिक वाहन मैनुफैक्चरिंग हब स्थापित करेगी। इस एमओयू पर हस्ताक्षर इन्वेस्ट राजस्थान समिट में राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों और श्री नवीन मुंजल, मैनेजिंग डायरेक्टर, हीरो इलेक्ट्रिक की मौजूदगी में किए गए