अच्छी किताबें घर-घर पहुँचाना और पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देना हमारा मक़सद : राजकमल प्रकाशन
० योगेश भट्ट ० नई दिल्ली।राजकमल प्रकाशन समूह ने त्योहारों के इस मौसम को धन-धान्य की समृद्धि के साथ-साथ ज्ञान की समृद्धि के अवसर के रूप में मनाने का आह्वान किया है। इसके लिए राजकमल ने 14 से 18 अक्तूबर तक सभी लोगों से ‘किताबतेरस’ मनाने की अपील की है। राजकमल प्रकाशन समूह के सीईओ आमोद महेश्वरी ने कहा, अभी त्योहारों का मौसम है। धनतेरस हो या दिवाली अथवा भाईदूज, पर्वों के दौरान हम सब धन-सम्पत्ति और सुख समृद्धि की कामना करते हैं। अपने प्रिय लोगों को उपहार देते हैं। परम्परागत रूप से उपहारों के आदान-प्रदान में सोने-चाँदी के सिक्के, बर्तन जैसी क़ीमती वस्तुओं पर ज़ोर रहता है। इन अवसरों पर अच्छी पुस्तकें भी उपहार में देनी चाहिए। उन्होंने कहा, कोई भी समाज बौद्धिक उन्नति के बिना वास्तविक रूप से सम्पन्न नहीं हो सकता। किताबें हमें बौद्धिक रूप से सम्पन्न करती हैं। इसलिए हम सभी लोगों से ‘किताबतेरस’ मनाने का आह्वान करते हैं। उन्होंने बताया कि ‘किताबतेरस’ उत्सव राजकमल प्रकाशन समूह की वेबसाइट पर आयोजित किया गया है, जहाँ से कोई भी विशेष छूट पर अपनी पसंद की पुस्तकें अपने मित्रों, परिजनों को उपहार देने के लिए