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विश्वास कुमार स्मृति व्याख्यान माला में पत्रकारिता पर सोशल मीडिया के प्रभाव पर चर्चा

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० आशा पटेल ०  जयपुर। पत्रकारिता में सोशल मीडिया का प्रभाव गहरा होता जा रहा है। यूजर्स गाइडेड कंटेंट पर आधारित सोशल मीडिया का सीधा प्रभाव आमजन पर पड़ रहा है। यह विचार प्रो नीरज रावत ने पिंक सिटी प्रेस क्लब में पत्रकार विश्वास कुमार की स्मृति में पत्रकारिता में सोशल मीडिया का प्रभाव विषय पर आयोजित व्याख्यान माला में व्यक्त किए। रावत ने कहा कि तकनीक के विकास ने पूरी पत्रकारिता प्रणाली को बदल दिया है और किसी भी बदलाव में जहां सुधार होते है, वहीं बुराईयां भी आती है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया जनसंचार का माध्यम है। इसमें खबरों का आदान प्रदान सुगमता से होता है और वर्तमान में यह लोगों को जागृत रखता है।  उन्होंने कहा कि स्थापित पत्रकारिता को हमेशा से परेशानी होती रही है। दो दशक पहले इलेक्ट्रोनिंक मीडिया के आने पर प्रिंट पर प्रभाव पड़ने की बात कही जा रही थी, अब सोशल मीडिया के आने पर भी यहीं कहा जा रहा है। इसके विपरीत मीडिया अपने सभी माध्यम पर बरकरार है।  पूर्व सूचना आयुक्त और पत्रकार नारायण बारेठ ने कहा कि कोविड जैसे संकट के समय सोशल मीडिया हावी रहा, अखबार कम हुए, लेकिन लड़खड़ाए नहीं। पश्चिमी

दूरसंचार डायरेक्टर जनरल पर पूर्व पत्नी ने लगाया संपत्ति हड़पने, हिंसा व सरकारी तंत्र दुरुपयोग का आरोप

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० आशा पटेल ०  जयपुर।  बुद्धिजीवी, कम्प्यूटर साइंस की प्रोफ़ेसर डॉ रीना ने अपने पूर्व पति गुंजन सक्सेना पर सम्पति हड़पने के साथ अनेक आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि यह मामला महिला हिंसा संबंधी मुद्दों पर प्रकाश डालता है जिन्हें मैंने व्यक्तिगत रूप से झेला है। ये सामाजिक महत्व के मुद्दे हैं जिनसे अन्य महिलाएं भी पीड़ित हो सकती हैं, और इसलिए मीडिया द्वारा प्रकाश डाला जाना चाहिए। मेरी कहानी से पता चलता है कि कैसे अत्यधिक निपुण व बुद्धिजीवी महिलाओं को भी परेशान किया जा रहा है और उनके अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। तलाक हो जाने पर भी हिंसा समाप्त नहीं हो रही । किस तरह मुझे सरकारी तंत्र, पुलिस और यहां तक कि खुद के बच्चों और अस्पताल का भी इस्तेमाल किया जा रहा है, कोर्ट के आदेश का अपमान किया जा रहा है। उन्होंने अपने बारे में बताया कि लगभग 56 वर्ष की एक उच्च शिक्षित विवाहित महिला के खिलाफ उसके पति, जो सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी हैं, के खिलाफ 25 वर्षों की लंबी अवधि तक गंभीर घरेलू हिंसा। 2021 में तलाक के बाद भी हिंसा जारी है। उसके घर से जबरन और हिंसक तरीके से बेदखल करना, जो उसके संपत्ति अधिका

ODISHA Marwadi Community राउरकेला में सबसे बड़ी मारवाड़ी जनसंख्या { Qutu...

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समर्पण संस्था का 13 वाँ विशाल रक्तदान शिविर व “अच्छा स्वास्थ्य व भलाई “ संगोष्ठी 5 मार्च को

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० आशा पटेल ०  जयपुर। समर्पण संस्था की ओर से रविवार ,5 मार्च को 13 वाँ विशाल रक्तदान शिविर व “अच्छा स्वास्थ्य व भलाई “ विषयक संगोष्ठी प्रताप नगर सांगानेर , सेक्टर -11 स्थित सामुदायिक केन्द्र में आयोजित किये जायेंगे ।रक्तदान शिविर के लिए कुल 49 रक्तदाता प्रेरक नियुक्त किये गये हैं । सभी प्रेरको को रक्तदान के लिए लोगों को प्रेरित करने की सेवा दी गई है ।शिविर में सभी रक्तदाताओं को हेलमेट व प्रशंसा पत्र भेंट किये जायेंगे ।शिविर में रक्त एकत्रित करने के लिए सवाई मानसिंह चिकित्सालय ब्लड बैंक, राजकीय जयपुरिया हॉस्पिटल ब्लड बैंक, तथा स्वास्थ्य कल्याण ब्लड बैंक की टीमों को आमन्त्रित किया गया है । शिविर के समानान्तर एक संगोष्ठी का आयोजन भी किया जायेगा जिसमें “ अच्छा स्वास्थ्य व भलाई “ विषय पर वक्ता व अतिथि अपने विचार व्यक्त करेंगे ।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति बनवारी लाल शर्मा होंगे व अध्यक्षता पूर्व ज़िला न्यायाधीश सुश्री उर्मिला वर्मा करेंगी । शिविर मे नेत्रदान व देहदान का भी काउन्टर लगाया जायेगा । इसके साथ ही वेलनेस के और भी काउन्टर होंगे जह

त्रिलोकनाथ पांडेय की पुस्तक 'महाब्राह्मण', राहुल हेमराज की 'आप जैसा कोई नहीं', सुजाता की 'पंडिता रमाबाई' और राजगोपाल सिंह वर्मा की 'किंगमेकर्स' का लोकार्पण

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली. विश्व पुस्तक मेला में 'जलसाघर' में  नई पुस्तकों का लोकार्पण हुआ। जलसाघर में पीयूष मिश्रा के आत्मकथात्मक उपन्यास 'तुम् पर सायमा ने उनसे बातचीत की। वहीं त्रिलोकनाथ पांडेय की नई पुस्तक 'महाब्राह्मण', राहुल हेमराज की 'आप जैसा कोई नहीं', सुजाता की 'पंडिता रमाबाई' और राजगोपाल सिंह वर्मा की 'किंगमेकर्स' का लोकार्पण हुआ।  कार्यक्रम की शुरुआत अनघ शर्मा की किताब 'आवाज़ें काँपती रहीं' पर परिचर्चा के साथ हुई। इस सत्र में धर्मेंद्र सुशांत ने उनसे किताब और लेखन पर बातचीत की। इस दौरान अनघ शर्मा ने कहा कि 'एक लेखक के लिए क्या लिखना है यह जानने से ज्यादा जरूरी यह समझना होता है कि क्या नहीं लिखना है।' इसके बाद बद्रीनारायण द्वारा संपादित 'विचार का आईना' शृंखला की 11 पुस्तकों का लोकार्पण हुआ।  'विचार का आईना' शृंखला में 11 ऐसे साहित्यकारों, चिंतकों और राजनेताओं के 'कला साहित्य संस्कृति' केंद्रित चिंतन को प्रस्तुत किया गया है़ जिन्होंने भारतीय जनमानस को गहराई से प्रभावित किया। इसमें महात्मा गांधी,

क्विक हील की सीएसआर ने शिक्षण संस्था, शिक्षकों और विद्यार्थियों को सम्मानित किया

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० योगेश भट्ट ०  • पुरस्कार समारोह में कंपनी के ‘साइबर शिक्षा फॉर साइबर सुरक्षा’ प्रोग्राम के लिये संस्थानों, शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा स्वैच्छिक आधार पर किये गये बेहतरीन काम को सराहा गया • यह पुरस्कार फरवरी और मार्च, 2023 में पुणे, मुंबई, नागपुर, सोलापुर और औरंगाबाद में दिये जाएंगे • इस पहल के अंतर्गत 29 लाख से ज्यादा लोगों तक पँहुचे है, इन प्रयासों से पुणे क्षेत्र के 1.3 लाख से ज्यादा लोग सतर्क हुए हैं पुणे, वैश्विक साइबर सुरक्षा समाधान प्रदाता क्विक हील ने अपनी सीएसआर इकाई के माध्यम से ‘साइबर शिक्षा फॉर साइबर सुरक्षा अवार्ड्स’ के पहले संस्करण का आयोजन किया। इस पुरस्कार समारोह में उन शिक्षण संस्था, शिक्षकों और विद्यार्थियों के उल्लेखनीय योगदान पर आभार प्रकट किया गया, जिन्होंने स्वेच्छा से उपेक्षित लोगों के बीच साइबर सुरक्षा पर जागरूकता फैलाई । पुणे संस्करण के पुरस्कार क्विक हील फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुश्री अनुपमा काटकर और भाग लेने वाले 6 संस्थानों के शिक्षकों की उपस्थिति में दिये गये। पुरस्कार समारोह का आयोजन पुणे के चिंचवाड़ क्षेत्र में केईएस प्रतिभा कॉलेज ऑफ कॉमर्स एण्ड कंप्य

कला साधको ने दी ब्रह्मलीन गुरु पं. जितेंद्र महाराज को श्रद्धांजलि

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली : बनारस घराने के विख्यात गुरु पं. जितेंद्र महाराज को श्रद्धांजलि देने हेतु कड़कड़डूमा स्थिति संगीतिका इंस्टीट्यूट ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स एक स्मृति सभा का आयोजन किया था जिसमें देश भर से संत समाज सहित कला जगत के साधको शीला झुनझुनवाला, रविंद्र मिश्रा, अकरम खान, सुमन देवगन, कुमुद दीवान, रानी खानम विनायक शर्मा सहित संस्थान के शिष्यों सहित नगर के कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। गुरु पं. जितेंद्र महाराज की अंतेष्टि से लेकर गरुड़ पुराण तथा तेहरवीं पर हवन, प्रसाद का वितरण पध्मश्री से सम्मानित प्रशिद्ध नृत्यांगना नलिनी और कमलिनी द्वारा सनातन परंपरा के अनुरूप निर्वाह किया गया। बनारस घराने के विख्यात गुरु पं. जितेंद्र महाराज का 18 फरवरी, 2023 को स्वर्गवास हो गया। उन्होंने कथक नृत्य को अप्रतिम ऊँचाइयाँ दीं। ‘संगीत नाटक अकादेमी सम्मान’, ‘कालिदास सम्मान’ व अनेक प्रतिष्ठित सम्मानों से अलंकृत पं. जितेंद्र महाराज ने कथक नृत्य में अभिनव प्रयोग किए और विगत सात दशकों में विश्वभर में अपनी प्रतिभा से अपार यश-कीर्ति अर्जित की। रुद्र अवतार, राम की शक्तिपूजा, अग्निशिखा, शिवशक्ति, अर्