गोल्डन जुबली सैफ़ी डे पर समाज में उत्कृष्ट समाजसेवियों और पत्रकारों को सम्मान

० इरफ़ान राही ० 
नई दिल्ली , दिल्ली के यमुना विहार स्थित सुंदरम पैलेस में 50वां सैफी गोल्डन जेली डे मनाया गया। भारतीय सैफी डे कमेटी और ऑल इंडिया सैफी राब्ता कमेटी के संयुक्त तत्वावधान द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में उर्दू साहित्यकार डॉ हबीब सैफी द्वारा पवित्र कुरान के पाठ के साथ शुरुआत की, इसके बाद मास्टर अली शेर सैफी द्वारा प्रोग्राम पर रोशनी डाली और इसके बाद शादाब और असमां सैफी व अन्य बच्चों ने शहीदों को सलाम किया तथा छात्रों द्वारा सम्मानपूर्वक राष्ट्रीय गान भी प्रस्तुत किया। 
उन्होंने जय हिंद और जय भारत के नारों के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मुफ्ती इफ्तिखार द्वारा मुल्क की सलामती तथा खुशहाली के लिए दुआ मांगी गई। मंच संचालन इरफ़ान राही सैदपुरी सैफ़ी ने किया।
1965 की भारत-पाक युद्ध में परमवीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल हमीद के पोते डॉक्टर जावेद ने देशभक्ति के प्रमाण के रूप में समारोह में भाग लिया और मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि बच्चे हमारे भविष्य हैं
 इन्हें अच्छी शिक्षा के साथ साथ दे‌श के प्रति प्रेम बलिदान और समर्पण की भावनाएं सिखाएं। समारोह में मास्टर अली शेर सैफी के बड़े भाई शहीद आशिक अली सैफी की शख्सियत पर लिखी किताब का विमोचन किया गया। सैफी समाज की दोनों कमेटियों ने शहीद की पत्नी खातून बेगम को स्मृति चिन्ह, शाल, सर्टिफिकेट तथा नक़द राशि देकर अपना कर्तव्य पूरा किया ।
इस अवसर पर प्रधान कल्लू खान सैफी ,मास्टर अली शेर सैफी, एडवोकेट बाबर मुख्तार ,हाजी केके नफीस, एडवोकेट मो सलीम सैफी ने शहीदों के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सैफी सरनेम के संस्थापक सदस्यों को खिराजे अकीदत पेश की गई। तीन श्रेणियों में महत्वपूर्ण हस्तियों को सम्मानित किया गया जिनमें पानीपत के समाजसेवी एवं उद्योगपति फहीमुद्दीन सैफी उर्फ़ सैफी साहब को मौलाना उस्मान फार्क़लीत अवार्ड, सैफी निकाह मिन सुन्नती ग्रुप के संचालक मो अख़्तर सैफ़ी मुरादाबादी को मौलाना नज़ीर उल अकरम नईमी अवार्ड और दिल्ली के युवा समाजसेवी सोफिया के डायरेक्टर सैफ़ी काउंट दिल्ली के चेयरपर्सन सुहैल सैफ़ी को अली हसन सैफी चकनवाला अवार्ड दिया गया।
शाहिद आशिक अली सैफी अवार्ड के लिए प्रिंट मीडिया या सोशल मीडिया के माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा और एकता और राष्ट्रीय विकास के साथ-साथ उर्दू शायरी को बढ़ावा देने में भाग लेने वालों को, उन्हें प्रोत्साहित किया गया। जिनमें डाक्टर हबीब सैफी, इसहाक अली सुंदर, अब्दुल सलाम सैफी , इरफान राही सैदपुरी , गुलशन सैफी ,नसीम अहमद, निजामुद्दीन सैफी, इरफान सैफी, जान मुहम्मद सैफी, असलम जावेद मुहम्मद सलमान, इदरीस सैफी को मीडिया अवार्ड दिया गया।वीर अब्दुल हमीद के पोते डॉ. जावेद अहमद, विशेष अतिथि कर्नल संजय बब्बर, राजपत्रित अधिकारी शकील सैफी, अनवार सैफ़ी नेता जी रहे।
सैफी सरनेम के संस्थापक सदस्यों जिनमें मौलाना मुहम्मद उस्मान‌ फ़ार्क़लीत पिलखुवा, मौलाना नज़ीर-उल-इकराम नईमी मुरादाबादी,मुल्ला सईद पहलवान अमरोहा ,बाबू हनीफ बछरायूंनी, अली हसन चकवाला , एडवोकेट मुख़्तार सैफ़ी, रशीद सैदपुरी सैफ़ी दिल्ली हाजी एम वकील सैफी, हाजी नन्हे, नजमुद्दीन ख़लीफा गुलावठी,और उनके परिवारों को पदक और सम्मान प्रदान किए गए। गोल्डन जुबली सैफ़ी डे में पानीपत, फ़रीदाबाद ,राजस्थान, दिल्ली और एनसीआर ,गाजियाबाद से बड़ी संख्या में लोग कार्यक्रम में शामिल हुए समारोह में आने वाले सभी मेहमानों का शम्सुद्दीन सैफ़ी ने शुक्रिया अदा किया

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