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बुल्ला की जाना मैं कौन... से गूंजा पोएट्री फेस्टिवल का आखिरी दिन

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली - दिल्ली पोएट्री फेस्टिवल का आखिरी दिन रब्बी शेरगिल के गानों और बातों की गुनगुनी धूप के साथ खत्म हुआ. रब्बी ने जहां अपने गाए गानों से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया वहीं उनकी बातों ने लोगों को समकालीन मसलों पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया. रब्बी ने नई पीढ़ी को लेकर अपनी चिंता को भी सामने रखा. उनका कहना था कि जहां पहले कलाम और अदब की बातें होती थीं अब वह सब गुम सा हो गया है. लोग अलग ही तरह की दुनिया में जी रहे हैं. दिल्ली पोएट्री फेस्टिवल का दूसरा दिन हरियाणा से आई एक युवा कवियत्री की कविता से शुरू हुआ. शीतल नाम की कवित्री ने हरियाणवी में कविताएं सुनाईं. उनकी कविताओं में महिलाओं की जितनी बुलंद आवाज़ सुनने को मिली उससे भी बुलंद उनका कविताएं सुनाने का अंदाज रहा. शीतल ने मंच पर आते ही ऐलान कर दिया कि मुझे अंग्रेजी नहीं आती, हिंदी भी कम आती है लेकिन हरियाणवी में मैं बखूबी कविताएं लिखती हूं. उनकी हरियाणवी कविताओं ने सुबह-सुबह कविताओं का लुत्फ लेने पहुंचाने अलसाए कविता प्रेमियों में जोश भर दिया. साहित्य की दूसरी विधाओं के साथ ही कविताओं में भी देश के बंटवारे का दर्द

मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देगा अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का गोवा सेंटर : मोदी

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० योगेश भट्ट ०  गोवा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा की परनेम तालुका के धारगल गांव में स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के सैटेलाइट सेंटर का शुभारंभ विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के समापन सत्र में किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा कि अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान कि गोवा शाखा मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।  भारत ‘सर्वे भवन्तु सुखिना: सर्वे सन्तु निरामया:’ यानी हर तरफ सुख और शांति और रोग मुक्ति कि धारणा में विश्वास करने वाला देश है। आयुष सबके लिए अपार संभावनाओं का क्षेत्र है और यहां सबके लिए अवसर हैं। गोवा जो कि एक इंटरनेशनल टूरिज्म हब है, भारत का मेडिकल टूरिज्म हब बनने कि अपार संभावनाएं रखता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की पारम्परिक चिकित्सा प्रणाली का विश्व भर में संचार करने के लिए आयुर्वेद एक सशक्त  रिसर्च की मदद से आयुष के असरदार परिणामों को प्रमाणित करने कि ज़रुरत पर बल देते हुए कहा कि यह रिसर्च भारत की प्राचीन पारम्परिक चिकत्सा प्रणाली को पूरे विश्व में एक मिसाल बनाने का काम करेंगे केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद

"रेणु गांव को लेकर आंचलिक उपन्यास लिखते थे जबकि विकास कुमार झा ने शहरी आंचलिकता का पहला प्रयोग किया है" - अनुज

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० योगेश भट्ट ०   नई दिल्ली।  विकास कुमार झा ने भारत के सबसे छोटे राज्य गोवा पर सबसे मोटा उपन्यास लिखा है। यह रेणु की परंपरा की अगली कड़ी का उपन्यास है। यह उपन्यास उस गोवा का साक्षात्कार कराता है, जिसे आपने अब तक न देखा है, न ही उसके बारे में सुना है। ‘राजा मोमो और पीली बुलबुल’ उपन्यास में लोगों के बेहिसाब बढ़ रहे वजन की समस्या को केन्द्र में रखा गया है। इस मामले में गोवा भारत के सभी प्रान्तों से आगे है। इस प्रकार संभवत: यह हिन्दी समेत सभी भारतीय भाषाओं में पहली कृति होगी जिसमें मोटापे, अधिक वजन की समस्या को विषय बनाया गया है।  साहित्य अकादमी सभागार, रवीन्द्र भवन में विकास कुमार झा के उपन्यास 'राजा मोमो और पीली बुलबुल' पर आयोजित परिचर्चा में वक्ताओं ने कही। इस परिचर्चा का आयोजन राजकमल प्रकाशन और ‘रत्नव’ संस्था के संयुक्त तत्वावधान में किया गया जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ कथाकार ममता कालिया ने की। कार्यक्रम में लेखक-अनुवादक प्रभात रंजन और लेखक एवं फिल्मकार रमा पांडेय बतौर वक्ता मौजूद रहे। वहीं इसका संचालन कथाकार अनुज ने किया।  कार्यक्रम की शुरुआत में राजकमल प्रकाशन के प्रबंध निदेशक अशो

5वां फिक्की अराइज़ ‘रिबूट-री-इमेजिन रीबिल्ड’ 2022 वार्षिक सम्मेलन ; जीडीपी व्यय में शिक्षा की हिस्सेदारी बढ़ाने पर जोर

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली : 5वें फिक्की अराइज़ स्कूल शिक्षा सम्मेलन 2022 में एनईपी 2002 के लक्ष्यों को पूरा करने में सरकार, उद्योग जगत और समाज सब के सहयोग की अनिवार्यता सामने रखी गई है।  संजय कुमार, सचिव, स्कूल शिक्षा और साक्षरता, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने अपनी उपस्थिति से आयोजन की गरिमा बढ़ाई। एनईपी 2020 (नई शिक्षा नीति) की परिकल्पना में सकल घरेलू उत्पाद का कम से कम 6 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करने की परिकल्पना की गई है जबकि वर्तमान में शिक्षा पर सकल घरेलू उत्पाद का केवल 4.6 प्रतिशत खर्च किया जा रहा है। इसलिए यह जरूरी है कि अर्थव्यवस्था बढ़ने के इस दौर में हम शिक्षा पर अधिक निवेश करें,” कुमार ने कहा। ‘5वें फिक्की अराइज स्कूल शिक्षा सम्मेलन 2022’ में  कुमार ने शिक्षा जगत में टेक्नोलॉजी की अहम भूमिका बताई और शिक्षा व्यवस्था की नई कल्पना करने की अपील की। “हम पुस्तक-आधारित शिक्षा व्यवस्था के दायरे से बाहर निकल रहे हैं और इसमें टेक्नोलॉजी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। साथ ही, लिबरल आर्ट्स को उसकी खोई हुई अहमियत वापस देनी होगी और इसके लिए उद्योग और शिक्षा जगत को मिल कर काम करना होगा। इसलिए

शेयर बाजार में स्टॉक का सोच समझकर ही निवेश करें: मुंदड़ा

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० योगेश भट्ट ०  धमतरी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व डिप्टी गर्वनर, बैंक ऑफ बड़ौदा के पूर्व चेयरमेन, युनियन बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व एक्यूजिटिव डायरेक्टर तथा वर्तमान में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (बी.एस.ई.) के चेयरमेन एस.एस. मुंदड़ा अल्प आवास पर धमतरी पहुंचे। इस दौरान उनसे विभिन्न बिंदुओं पर खास बातचीत की और लोगों के मन में जो स्टॉक एक्सचेंज के साथ शेयर बाजार में निवेश के बारे में जो भ्रांतियां होती है उसे दूर करने का प्रयास किया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के चेयरमैन एसएस मुंदड़ा का धमतरी से गहरा रिश्ता है। करियर के शुरुआती दौर में उन्होंने रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न जगहों में अपनी सेवाएं दी है। धीरे-धीरे वे आरबीआई के डिप्टी गवर्नर तक पहुंचे और वर्तमान में बीएसई के चेयरमैन हैं। धमतरी प्रवास के दौरान प्रखर समाचार के प्रधान संपादक दीपक लखोटिया ने उनसे सौजन्य भेंट की। उन्होंने शेयर बाजार में नुकसान और नफा के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि जब भी कोई व्यक्ति शेयर खरीदता है तो उसको उसकी वैल्यू पता होनी चाहिए। किसी भी टिप्स के भरोसे नहीं रहना चाहिए और जब कोई व्यक्ति स्टॉक मा

दिल्ली के द्वारका में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस

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० इरफान राही ०   नई दिल्ली, अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के उपलक्ष्य में द्वारका विधानसभा में पंखा रोड स्थित राजेश बैंक्विट हॉल में अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार सुरक्षा संगठन दिल्ली प्रदेश इकाई के अंतर्गत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें दिल्ली प्रदेश के अध्यक्षा नीमा चौधरी ने देशवासियों को राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस बधाई दी और लोगों से अपील की मानव के अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और मानवाधिकारों को समझें जाने और उनके हितों की रक्षा करें। इस अवसर पर समाज सेवा से संबंधित विभिन्न लोगों ने शिरकत की जिसमें समाजसेवी राजनीतिज्ञ पत्रकार लेखक तथा नागरिक सुरक्षा से जुड़े लोगों का जमावड़ा रहा। संस्था की दिल्ली प्रदेश अध्यक्षा नीमा चौधरी ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमारी संस्था का उद्देश्य है कि हम मानव अधिकारों के हितों की रक्षा करें और समाज सेवा में जुटे रहें हम चाहते हैं महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों पर रोक लगे उनके उत्पीड़न को रोका जाए, साथ ही बाल मजदूरी पर बैन लगे, एक खास चीज आजकल देखने में आती है कि वंचित समाज व गरीब रेहड़ी पटरी वालों की बात किसी भी सरकारी दफ्तर में नहीं सुनी जाती , चाहे

चुनावी समर में 3 राज्य, 3 राजनीतिक पार्टी को किसको कितना नुकसान और किसको कितना फायदा हुआ

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०  विनोद तकियावाला ०  तीनो राज्यों गुजरात,हिमाचल प्रदेश विधानसभा और दिल्ली नगर निगम के चुनाव के नतीजे आ चुके हैं।इनमें हिमाचल व 15 वर्षो से दिल्ली नगर निगम में सता राज्य करने वाली बीजेपी को अपनी सत्ता गंवानी पड़ी है।वही पार्टी ने गुजरात एक ऐसा राज्य रहा है जहां पर बीजेपी ने अपने पिछले सभी रिकॉर्ड्स को ध्वस्त करते हुए सत्ता के अचुक किला बनाए रखी है।हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने बीजेपी को धूल चटाते हुए सत्ता में अपनी वापसी की है तो वहीं एमसीडी के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पहली बार जीत का स्वाद चखा है।गुजरात की 182 सीटों में से बीजेपी ने 156 सीटें जीती हैं। कांग्रेस ने 17 और आम आदमी पार्टी ने 5 सीटें पर अपने पक्ष में जीत हासिल की हैं।हिमाचल प्रदेश की विधान सभा के 68 सीटों में सेकांग्रेस ने 40 सीटें जीती है व बीजेपी ने 25 सीटें जीती हैं।वही आम आदमी पार्टी का खाता तक नहीं खुला है।वही दिल्ली नगर निगम के चुनाव के नतीजों की बात करें तो यहां आम आदमी पार्टी ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 134 सीटों पर कब्जा किया है।बीजेपी के खाते में 104 सीटें गईं तो वहीं कांग्रेस दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पा