भारत की 'स्पीड' और 'स्केल' को बढ़ा रही है नारी शक्ति
० योगेश भट्ट ० नई दिल्ली । नारी शक्ति सम्मान समाराेह' के क्रम में आईआईएमसी में ‘महिलाएं और कानून’ विषय पर एक विशेष संवाद कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इसमें सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता मोनिका अरोड़ा ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा एवं अधिकारों से संबंधित विभिन्न कानूनों की जानकारी दी। भारतीय जन संचार संस्थान में 'नारी शक्ति सम्मान समाराेह' का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्थान की महिला प्राध्यापकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी ने कहा कि संस्थान की स्थापना से लेकर वर्तमान तक इसके सुचारू संचालन में नारी शक्ति का उल्लेखनीय योगदान रहा है। इसलिए उनका सम्मान करते हुए हमें गर्व का अनुभव होना चाहिए। प्रो. द्विवेदी के अनुसार इच्छा शक्ति, कल्पना शक्ति, निर्णय शक्ति, लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तपस्या और परिश्रम की पराकाष्ठा हमारी मातृशक्ति की पहचान है। देश का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने में नारी शक्ति का ये सामर्थ्य भारत की अनमोल शक्ति है। यही शक्ति इस शताब्दी में भा