द लॉरेंस स्कूल, सनावर नशीली दवाओं और तस्करी के खिलाफ वैश्विक प्रयासों में शामिल हुआ
० योगेश भट्ट ० नयी दिल्ली : भारत के प्रतिष्ठित और सबसे पुराने आवासीय स्कूलों में से एक, द लॉरेंस स्कूल, सनावर नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाने के लिए वैश्विक अभियान से जुड़ गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने वाले इस दिवस ने तत्काल कार्रवाई करने और नशीली दवाओं तथा इसकी अवैध तस्करी के खतरे से लड़ने की जरूरत को उजागर किया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 7 दिसंबर 1987 के संकल्प 42/112 के तहत, 26 जून को नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में तय किया है। यह महत्वपूर्ण दिन, नशीली दवाओं के दुरुपयोग और उसके दुष्परिणामों से मुक्त एक समाज बनाने के उस वैश्चिक संकल्प की याद दिलाता है। पूरी दुनिया में लोग, समुदाय और संस्थान साथ मिलकर जागरूकता फैलाने और अवैध ड्रग्स द्वारा पेश की गई चुनौतियों को हल करने का प्रयास करने के लिए एकजुट होते हैं। द लॉरेंस स्कूल, सनावर ने सकारात्मक बदलाव लाने के लिए शिक्षा में उत्कृष्टता हासिल की है और साझेदारियां की हैं। ग्लोबल सिटीजनशिप प्रोग्राम हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। महामारी के द