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फोटो कैप्चरिंग विज्ञान, कला और वाणिज्य का एक संयोजन है

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० संवाददाता द्वारा ०  जयपुर : विश्व फोटोग्राफी दिवस 2023 दुनिया भर के फोटोग्राफरों की रचनात्मकता और कौशल को सम्मानित करने का एक उत्सव है। प्रसिद्ध फोटो जर्नलिस्ट पुरूषोत्तम दिवाकर और शिक्षाविद् लीला दिवाकर के नेतृत्व में, इमेजिन फोटो जर्नलिस्ट सोसाइटी ने विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाया। इमेजिन फोटो जर्नलिस्ट सोसाइटी ने महिला फोटो जर्नलिस्ट टीम को प्रशिक्षित करने और प्रेरित करने की अनूठी पहल की। 'कैमरा कमांडो' टीम ने इस सेमिनार में प्रतिष्ठित अतिथि वक्ताओं  विशाल स्वामी, सिंपली गुड़गांव के संस्थापक और डिजिटल सोशल मीडिया विशेषज्ञ और नितिन जगड़, मार्केटिंग कम्युनिकेशन विशेषज्ञ को आमंत्रित किया।  इंडिया टुडे ग्रुप के सीनियर फोटो जर्नलिस्ट, पुरूषोत्तम दिवाकर ने कहा, “फोटो कैप्चरिंग विज्ञान, कला और वाणिज्य का एक संयोजन है। प्रत्येक फोटोग्राफर को रोशनी का विज्ञान, भावनाओं की कला और छवियों को प्रभावी तरीके से बाजार में लाने का वाणिज्य अवश्य सीखना चाहिए। मेरे पास ऐसे कई कार्य थे जहां मुझे समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को समझते हुए कुछ पलों को दुनिया के साथ साझा न करके समाज की नकारात्मकता क

साहित्य, संस्कृति तथा ज्ञान का अद्भुत समागम है ‘ज्ञान पर्व

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली/ इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रयागराज में राजकमल प्रकाशन समूह द्वारा आयोजित ‘ज्ञान पर्व’ का सोमवार को हुआ उद्घाटन। ‘सांस्कृतिक रिपोर्टिंग’ विषय पर आयोजित की गयी कार्यशाला। उद्घाटन में शामिल हुए इलाहाबाद के वरिष्ठ साहित्यकार, पाठक।  अकादमिक जगत और छात्रों हेतु इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आयोजित ‘ज्ञान पर्व’ का पहला दिन युवा पाठकों और पुस्तक प्रेमियों से भरा रहा। ‘सांस्कृतिक रिपोर्टिंग’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में 50 से अधिक विद्यार्थी जुड़े। प्रवीण शेखर जी ने विद्यार्थियों को ‘सांस्कृतिक रिपोर्टिंग’ के गुर बताए। यह सत्र लगभग डेढ़ घंटे से अधिक चला। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मेजर ध्यानचंद छात्र गतिविधि केन्द्र के सभागार में 26 अगस्त तक आयोजित ‘राजकमल ज्ञानपर्व’ का उद्घाटन वरिष्ठ साहित्यकार व आलोचक प्रो. राजेन्द्र कुमार के कर-कमलों द्वार सम्पन्न हुआ।   इस अवसर पर ‘हिंदी प्रकाशन में इलाहाबाद का योगदान’ विषय पर चर्चा आयोजित की गयी। विषय पर अपना वक्तव्य रखते हुए प्रो. राजेन्द्र कुमार ने कहा कि इलाहाबाद शुरू से ही साहित्यिक गतिविधियों का केन्द्र रहा है।  उन्होंने कहा कि

एडवांस टीचिंग और लर्निंग के लिए आसोका ने वर्जन 2.0 को किया लांच

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली : पर्स्नालाइज्ड लर्निंग ऐप आसोका ने अपने वर्जन 2.0 को लॉन्च करने की घोषणा की है। यह एडवांस वर्जन नए फीचर्स, बेहतर यूजर इंटरफ़ेस और एडवांस यूजर एक्सपीरियंस से लैस है। यह वर्जन अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से शिक्षा में क्रांति लाने की अपने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। नए फीचर के सीमलेस इंटीग्रेशन के लिए आसोका ने अपने 150 प्रशिक्षकों के लिए ट्रेनिंग सेशन का भी आयोजन किया है। इन ट्रेनिंग सेशन में ऐप उपयोग, पाठ्यक्रम एकीकरण और प्लेटफ़ॉर्म नेविगेशन सहित कई विषयों को शामिल किया गया है। एआई टेक्नोलॉजी का उपयोग करके, आसोका वर्जन 2.0 व्यक्तिगत स्तर पर, एक कक्षा के भीतर, या विभिन्न विषयों में रुझानों की कल्पना करके छात्रों की शैक्षणिक प्रगति को ट्रैक करने का एक सहज साधन प्रदान करेगा। इसके अलावा, यह प्रत्येक छात्र के विकास पथ के संबंध में पूर्वानुमान देकर एक कदम आगे निकल जाएगा। एआई-संचालित एनालिटिक्स के माध्यम से, पूर्वानुमान वास्तविक समय के प्रदर्शन विश्लेषण और उनकी अद्वितीय सीखने की क्षमताओं की स्मार्ट समझ पर आधारित होंगी। आसोका के वर्जन 2.0 में सभी स्टेकहोल्डर के लिए

फुजीफिल्म एक्स-स्पेस में दिखाए जा रहे हैं कैमरे, लेंस, इंस्टैक्स इंस्टेंट कैमरे और दूरबीन

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० आनंद चौधरी ०   फोटोग्राफर डब्बू रतनानी का कहना है, "फुजीफिल्म के लिए पूर्व एंबेसडर के रूप में, मुझे फोटोग्राफी के शौकीनों की इस नई मंजिल को देखकर रोमांच का अनुभव हो रहा है। अच्छा लग रहा है कि उन्हें एकदम नए कैमरों, लेंस और इंस्टैक्स प्रोडक्ट्स को हाथ में लेकर अनुभव करने का मौका मिलेगा। लाजपत नगर में फुजीफिल्म एक्स-स्पेस निश्चित रूप से रचनात्मक प्रेरणा का केंद्र बनेगा। " नई दिल्ली: फोटोग्राफिक उपकरणों और इमेजिंग में अग्रणी फुजीफिल्म इंडिय अपने फ्लैगशिप स्टोर 'फुजीफिल्म एक्स-स्पेस' के नई दिल्ली के लाजपत नगर में भव्य उद्घाटन की घोषणा की। इस मौके पर जाने-माने सेलेब्रिटी फोटोग्राफर और फुजीफिल्म एक्स के एंबेसडर डब्बू रतनानी भी मौजूद थे। उन्होंने फुजीफिल्म इंडिया के प्रमुख दिग्गजों के साथ स्टोर का उद्घाटन किया।   यहां फुजीफिल्म कैमरे, लेंस और इंस्टैक्स इंस्टेंट कैमरों से दूरबीन तक विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स की बड़ी श्रृंखला का अनुभव किया जा सकता है। फुजीफिल्म एक्स-स्पेस, जुड़ाव का बहुत उत्साहजनक बिंदु साबित होगा, जो फोटोग्राफी की संस्कृति को आगे ले जाएगा। यह केवल अनुभव क

गांवों पर थोपे जा रहे अव्यवहारिक नियमों के खिलाफ महापंचायत के लिए ग्रामीणों ने कमर कसी

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली। गांवों पर थोपे जा रहे अव्यवहारिक नियमों के खिलाफ तीन सिंतबर को पीरागढ़ी गांव में होने वाली महापंचायत के लिए ग्रामीणों ने कमर कसनी शुरू कर दी है। इस महापंचायत को सफल बनाने के लिए पालम 360 खाप के प्रधान चौ. सुरेंद्र सोलंकी के नेतृत्व में पंडवाला कलां व कंगनहेड़ी गांव में पंचायत हुई। इस दौरान ग्रामीणों ने एक स्वर में चेतावनी दी कि अब गांवों की उपेक्षा और उनके साथ अन्याय सहन नहीं किया जाएगा। वह अब सभी सरकारों व प्रशासन के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ेंगे। इस मौके पर पालम 360 खाप के प्रधान चौ. सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि गांवों से हाउस टैक्स लेना, संपत्ति सील करना, भवन उप नियम लागू करना आदि नियम लागू नहीं किए जा सकते, मगर अधिकारी वास्तविक स्थिति का आकलन किए बिना वातानुकूलित कमरों में बैठकर नियम बना देते है, वहीं जनप्रतिनिधि इस दिशा में कोई ध्यान नहीं देते है। इस कारण एक के बाद एक-एक करके गांवों में अव्यवहारिक नियम थोपे जा रहे है। अब ग्रामीण इस तरह के लागू किए नियमों को रद्द कराकर ही चैन लेंगे। इसके अलावा भविष्य में इस तरह के नियम लागू नहीं करने देंगे।  वह अपने हितों और

इंदौर ने भारतीय पत्रकारिता को चमकते सितारे दिए हैं

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० योगेश भट्ट ०  इंदौर।  भाषा, भाव और संदेश का जितना सुंदर समन्वय इंदौर की पत्रकारिता करती है उतना कहीं और नहीं हो सकता। यह शहर सभी को आत्मसात करता है। इंदौर के लोग मूल्यों के प्रति समर्पित हैं और यही कारण है कि इंदौर से प्रकाशित हो रही पत्रिका ‘वीणा’ अपने प्रकाशन की शताब्दी पूर्ण कर रही है। इंदौर के जो पत्रकार दिल्ली और मुंबई गये, वे अपने साथ मालवा और इंदौर के भाषायी संस्कार लेकर गये। इंदौर ने भारतीय पत्रकारिता को चमकते सितारे दिए हैं। यह बात प्रोफेसर संजय द्विवेदी ने श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति के अंतर्गत वीणा संवाद केन्द्र में मीडिया विमर्श का विशेषांक ‘‘मीडिया का इंदौर स्कूल’’ का लोकार्पण के अवसर पर कहीं। उन्होंने कहा कि इंदौर किसी को पराया नहीं मानता, जो यहां आता है वो यहां बस जाता है। इंदौर सांस्कृतिक शहर है। जो शहर बांधता है, वही रचाता भी है। दिल्ली में बैठकर भी वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र माथुर इंदौर के बारे में सोचते थे और उनमें इंदौर बसता था। माणिकचंद बाजपेयी और प्रोफेसर कमल दीक्षित यह बता सकते हैं कि पत्रकार कितने सरल होते हैं। यह इस शहर का सामर्थ्य है यहां से इतने गुण

आईएनआईएफडी के डिज़ाइनर डिस्प्ले 'धागा' में राजस्थानी स्मारकों को किया शोकेस

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० आशा पटेल ०  जयपुर। आईएनआईएफडी जयपुर के वार्षिक डिज़ाइनर डिस्प्ले 2023 'धागा' का आयोजन'राजस्थान इन माय सोल' थीम पर राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में सम्पन्न हुआ। इस डिज़ाइनर डिस्प्ले में स्टूडेंट्स ने अपने कलेक्शन में हैंडीक्राफ्ट्स का प्रदर्शन किया, जिसमें राजस्थान के ऐतिहासिक स्मारकों एवं विरासत को दर्शाया गया। प्रतिष्ठित न्यूयॉर्क, लंदन और लैक्मे फैशन वीक में प्रदर्शित हुए स्टूडेंट्स के रचनात्मक डिजाइंस को भी शो के दौरान शोकेस किया गया।  शो में 'रिफ्लेक्शन ऑफ प्योरिटी', 'वन नाइट इन थार', 'फीलिंग डिजिटली ब्लू', 'ट्रेडिशनली ग्लोबल', 'रूदाली गोथ्स',' ब्लशिंग ब्रीज', 'म्हारी राजस्थानी ढाणी', आदि विभिन्न कलेक्शंस को शोकेस किया गया। इस अवसर पर फर्स्ट इंडिया के सीईओ, जगदीश चंद्रा मुख्य अतिथि थे। इसके साथ ही कमला पोद्दार ग्रुप (केपीजी) की चेयरपर्सन कमला पोद्दार, अभिषेक पोद्दार और रोमा पोद्दार भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध राजस्थानी कवि, स्वर्गीय कन्हैयालाल सेठिया की डिजिटल रूप से प्रिंटेड कवि