साहित्य अकादमी द्वारा चरणजीत और दिनेश शर्मा की पुस्तकों का लोकार्पण
० योगेश भट्ट ० नई दिल्ली : साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित किए जा रहे 'पुस्तकायन' में 'पुस्तक लोकार्पण एवं परिचर्चा-कार्यक्रम' आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार तथा हिंदी साहित्य सम्मेलन दिल्ली की अध्यक्ष इंदिरा मोहन, अध्यक्ष के रूप में श्री वेंकटेश्वर कॉलेज के हिंदी विभाग से वरिष्ठ समालोचक एवं शिक्षाविद् डाॅ. मुकुल शर्मा और बतौर विशिष्ट अतिथि प्रसिद्ध कवि गजेन्द्र सोलंकी, वरिष्ठ साहित्यकार, पत्रकार और समीक्षक विष्णु शर्मा, वरिष्ठ व्यंग्यकार एवं पत्रकार नीरज बधवार, अद्विक प्रकाशन के संस्थापक अशोक गुप्ता द्वारा वरिष्ठ गज़ल़कार चरणजीत 'चरण' के दो गजल संग्रह 'मुनासिब' और 'कश्मकश' तथा कैथल के वरिष्ठ साहित्यकार दिनेश शर्मा 'दिनेश' की शोधपरक पुस्तक 'साहित्य के आईने में कैथल जनपद', साक्षात्कार संकलन 'कुछ कही, कुछ अनकही', काव्य संग्रह 'आ अब लौट चलें' का लोकार्पण हुआ। मुख्य अतिथि इंदिरा मोहन ने कहा कि 'साहित्य के आईने में कैथल जनपद' में पुराण है, वेदांत है और इतिहास भी है। पुस्तक के हर