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सर्जरी के बिना बंद फैलोपियन ट्यूब का आयुर्वेदिक उपचार

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० नूरुद्दीन अंसारी ०  डॉ. चंचल शर्मा बताती हैं कि इंफर्टिलिटी का इलाज हर्बल दवाई और पंचकर्मा से किया जाता है। आयुर्वेद में उत्तरबस्ती चिकित्सा पंचकर्म पद्धति की सबसे बेहद लाभकारी है। उत्तर बस्ती थेरेपी (Uttar Basti) पंचकर्म की बढ़िया चिकित्सा विधि है। आयुर्वेद में बिना किसी चीर-फाड़ के इस विधि से फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने पर ठीक किया जाता है। उत्तर बस्ती में योनी के जरिए यूटरस और फैलोपियन ट्यूब में औषधीय तेल और हर्बस डाला जाते है। इस थेरेपी के समय महिला को किसी प्रकार से कोई दर्द नहीं होता और नेचुरल तरीके से फैलोपियन ट्यूब भी खुल जाती है। साथ ही आईवीएफ और लैप्रोस्कोपी के मुकाबले में उत्तर बस्ती में कम खर्च आता है और सबसे अच्छी बात यह है कि इसकी सफलता दर भी आईवीएफ के मुकाबले ज्यादा है। आज के समय में एक महिला के लिए प्रेगनेंट होना काफी मुश्किल हो गया है। आकड़ों के अनुसार, हर 10 में से 2 महिलाएं किसी न किसी वजह से इनफर्टिलिटी की समस्या से जुझ रही हैं। कुछ महिलाओं की फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो जाती है, जिसकी वजह से उनको कंसीव करने में दिक्कत आती है। ऐसी हालात का सामना कर रही थी दिल्ली की रहने

अहिंसा से ही विश्व का कल्याण संभव

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  ० आशा पटेल ०  जयपुर - सिरसी रोड ढाका नगर अहिंसा से ही विश्व का कल्याण संभव अहिंसा का प्रशिक्षण जरूरी है हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं हैअहिंसा के रास्ते पर चलकर ही हर समस्या का समाधान हो सकता है यह संबोधन आवाज फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक दिवसीय अहिंसा प्रशिक्षण शिविर में आई न्यू ड्रीम स्कूल के प्रेक्षा हॉल में आचार्य महाप्रज्ञ अहिंसा प्रशिक्षण पुरस्कार प्राप्त अहिंसा प्रशिक्षक सतीश शांडिल्य छात्र-छात्रा संसद को संबोधित कर रहे थे उन्होंने कहा आभाव और तनाव हिंसा का कारण है इस पर शांडिल्य ने स्मरण शक्ति के विकास के लिए महाप्राण ध्वनि का प्रयोग कराया इन्होंने विद्यार्थियों को संकल्प शक्ति मुद्रा एवं विविध आसनों का प्रयोग करायाअध्यापिका अनुश्री ने कहा की शांडिल्य द्वारा बताए गए छोटे छोटे प्रयोग को जीवन में प्रतिदिन करते रहना चाहिए क्योंकि हृदय परिवर्तन प्रशिक्षण से ही संभव है विद्यार्थी रोज प्रयोग करेंगे तब सुनिश्चित लाभ मिलेगा स्वागत भाषण अध्यापिका बीना पांडे ने की जबकि हम आपके आभारी है से प्रयोग संपन्न हुआ विद्यार्थी अनवरत वर्गीय नियम का संकल्प भी कराया गया

बिनोद कुमार बने पंजाब नैशनल बैंक के कार्यपालक निदेशक

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० आशा पटेल ०  नई दिल्ली : कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने पंजाब नैशनल बैंक के कार्यपालक निदेशक के रूप में बिनोद कुमार की नियुक्ति को 21 नवंबर, 2022 से तीन वर्ष की अवधि के लिए मंजूरी दी है।  बिनोद कुमार, रांची विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक हैं और उन्होंने एनआईबीएम से बैंकिंग और वित्त में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त किया है तथा वे जीएआरपी (यूएसए) से वित्तीय जोखिम प्रबंधक (एफआरएम) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकर्स के प्रमाणित एसोसिएट सदस्य (सीएआईआईबी) हैं। कुमार ने वर्ष 1994 में पंजाब नैशनल बैंक से प्रबंधन प्रशिक्षु के रूप में अपनी बैंकिंग यात्रा की शुरूआत की और 28 वर्षों से बैंक में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उन्हें 28 से अधिक वर्षों का समृद्ध और विविधतापूर्ण बैंकिंग का अनुभव प्राप्त है, जिसमें शाखा और प्रशासनिक कार्यालय से लेकर जोखिम प्रबंधन, क्रेडिट आदि शामिल हैं। उन्होंने शाखा कार्यालय: डीआईएफसी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के रूप में भी कार्य किया है और इससे पूर्व वे पंजाब नैशनल बैंक के प्रधान कार्यालय में मुख्य महाप्रबंधक के रूप में कॉर्पोरेट क्रेडिट प्रभाग का नेतृत्व कर रहे थ

फोर्टी महिला विंग ने दिया अंगदान का संदेश

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० आशा पटेल ०  जयपुर /   महिला जीवन देती है जगजननी है इसीलिए महिलाएं आगे बड़े अंगदान जागरूकता मिशन से जुड़ अपने जगजननी स्वरूप की सार्थकता को नया आयाम दे।  फोर्टी वूमेन विंग द्वारा फोर्टी कार्यालय में रानू श्रीवास्तव अध्यक्ष फोर्टी वूमेन विंग एवम ललिता कुच्छल जनरल सेक्रेटरी फोर्टी वूमेन विंग की अध्यक्षता में अंगदान जागरूकता संबंधी सत्र रखा गया जिसमे भावना जगवानी कन्वेनर और अनीता हाडा ,मोहन फाउंडेशन मुख्य अतिथि रही।  अनीता हाडा ने फोर्टी महिला विंग की सदस्यों के साथ अपने अनुभव साझा किए तथा बताया कैसे उन्होंने स्वयं अपने बेटे को अपनी किडनी दे जीवन दिया है और आज वह दोनो स्वस्थ है,इसी के साथ उन्होंने बताया की समाज में अंगदान को ले कर कई भ्रांतियां है जिन्हे सब के सहयोग से दूर किया जा सकता है। मोहन फाउंडेशन का मिशन समाज में अंगदान के प्रति जागरूकता लाना है ।फ़ोर्टी महिला विंग की महिला सदस्यों ने इस सत्र को जानकारी पूर्ण बताया एवम मोहन फाउंडेशन डायरेक्टर अनीता हाडा द्वारा सत्र को बहुत अच्छी तरह से प्रस्तुत किया गया,आगे भी इस तरह के सत्रों के आयोजन करने के प्रस्ताव रखे। फोर्टी वूमेन विंग की एडव

राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी की 37 साल बाद पहली बार स्थापना दिवस मनाये जाने का निर्णय

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० आशा पटेल ०  जयपुर ।  28 नवम्बर को अकदामी की स्थापना के 37 साल बाद पहली बार स्थापना दिवस मनाये जाने का निर्णय किया है। यह दो दिवसीय कार्यक्रम 27 को परिसंवाद एवं 28 को जवाहर कला केंद्र में ब्रज की लोक मंचीय विधाओं पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर आधारित भव्य रूप में मनाया जायेगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मुख्य अथिति के लिए आमंत्रित किया गया है अध्यक्षता शिक्षा, कला साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व मंत्री बी डी कल्ला करेंगे।   राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी जयपुर द्वारा साधारण सभा एवं कार्य समिति की बैठक में लिए गएँ निर्णय के अनुसार अध्यक्ष डॉ रामकृष्ण शर्मा एवं सचिव गोपाल गुप्ता ने सलाहकार समिति की घोषणा कर सभी को पत्र जारी कर दिए हैं।  सचिव गोपाल गुप्ता ने बताया कि करीब नौ साल के अंतराल के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कि पहल पर गठित अकादमी के कार्यों को द्रुत गति से सञ्चालन के लिए सलाहकार समिति का गठन किया गया है। समिति में ब्रज क्षेत्र से जुड़े अनुभवी लोगों को लिया गया है ताकि उनके अनुभवों का लाभ अकादमी को मिल सके। उन्होंने बताया कि सलाहकार समिति में लिए गए सभी सद

असम सरकार ने विश्व बैंक के परामर्श से नई पर्यटन नीति की शुरूआत की

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली :  नई नीति का लक्ष्य दुनिया के लोगों को असम की प्राकृतिक सुंदरता एवं उसके धरोहरों की ओर आकर्षित करना है। यहां के प्राचीन जल, जंगल, पहाड़ और नदियों की उपस्थिति राज्य को पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावनाएं प्रदान करती है। नई पर्यटन नीति इसी लक्ष्य को दर्शाती है। हमारी पेशकश पर्यटकों को हर एक नुक्कड़ पर आकर्षित करेगी। हम निवेशकों के लिए भी विशेष पैकेज लाए हैं।  राज्य में सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए असम सरकार के सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग, कौशल विकास रोजगार और उद्यमिता और पर्यटन मंत्री  जयंत मल्ल बरुआ द्वारा एक नई असम पर्यटन नीति, 2022 शुरू की गई।  इस अवसर पर असम पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रितुपर्ण बरुआ, भारत सरकार के पर्यटन सचिव आईएएस अरविंद सिंह, असम सरकार के पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आईएएस मनिंदर सिंह एवं असम पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक वह पर्यटन सचिव आईआरएस कुमार पद्मपानी बरा उपस्थित थे।  अतुल बरा, कृषि मंत्री, असम, यूजी ब्रह्मा, हथकरघा और वस्त्र मंत्री, असम, संजय किशन, असम के श्रम और रोजगार मंत्री भी असम पर्यटन रोड शो में उपस्थित थ

आजादी के पहले भारतीय पत्रकारिता का स्वर्णिम काल रहा है

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली ।  'अमृतकाल के संकल्प और मीडिया' विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए हरिवंश ने कहा कि जो चीजें पहले सौ वर्षों में बदलती थीं, आज उसके लिए दो दिन का समय भी नहीं लगता। आज आप मामूली संसाधनों के साथ मीडिया स्टार्टअप की शुरुआत कर सकते हैं और समाज में बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में संघर्ष से कठिन सृजन होता है। यह कठिन तप और साधना है। युवाओं के तप से ही भारत का भविष्य तय होगा। आजादी के सौवें वर्ष में भारत की क्या तस्वीर होगी, वो युवाओं के सपनों और संकल्पों से तय होगा। पत्रकारिता का दौर अब पूरी तरह बदल गया है। आपको चुनौतियों में से रास्ता निकालना है, लेकिन सबसे अच्छी बात यह है कि चुनौतियों के बीच आज युवाओं के पास अनंत अवसर हैं। उन्होंने कहा कि बदलाव का सबसे बड़ा अध्याय इंसान लिख सकता है। आज प्रिंट, रेडियो और टीवी के अलावा डिजिटल मीडिया, विज्ञापन एवं जनसंपर्क, ऑडियो, पॉडकास्ट, मल्टीमीडिया, डाटा साइंस और मीडिया शिक्षण जैसे अनेकों विकल्प मौजूद हैं। भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के शैक्षणिक सत्र 2022-23 का शुभारंभ करते हुए राज्यसभा के उपसभापति हरिव