सूरज कण-कण ने चमकावे...धरती धोरां री- शहरनामा-कहानी अपने शहरों की ए बुटीक लिटरेचर फेस्टिवल
० आशा पटेल ० जयपुर - पद्मश्री गुलाबो और उनके साथी कलाकारों ने अपनी कला से शहरनामा कार्यक्रम को रंगीन कर दिया। 'काल्यो कूद पड्यो मेला में' गाने पर पद्मश्री गुलाबो और उनके साथी कलाकारों ने जबरदस्त नृत्य की प्रस्तुति दी। टीम के ही एक कलाकार ने सिर पर चार गिलासों के साथ पानी से भरी मटकी रखकर बड़े संतुलन के साथ अपनी कला से लोगों को प्रभावित किया। इस प्रोग्राम के लिए उपस्थित उदयपुर से शकुंतला सरूपरिया ने 'धरती धोरा री' गाना सुनाया यतींद्र मिश्र और सुतापा मुखर्जी ने स्मिता भारद्वाज से अयोध्या शहर के बारे में बात की, जहां यतींद्र मिश्र ने बताया की गंगा-जमुना तहजीब वाले इस शहर के लोग छोड़ना जानते हैं। यहां के लोग अपना जीवन बहुत कम महत्वकांक्षाओं के साथ ही जी लेते हैं। सिर्फ सनातन धर्म ही नहीं, बल्कि यहां प्रत्येक धर्म की गंगा यहां बहती हैं। सुतापा मुखर्जी ने बताया कि अयोध्या के बारे में बहुत ही लिखा गया है, लेकिन वह अयोध्या वासियों पर लिखना चाह रही थी।उन्होने साझा किया कि अयोध्या के जो असल मुद्दे रहे हैं, उनके बारे में यहां के लोगों के विचार क्या रहे हैं। आकृति पेरिवाल और रशीद