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फ़ेसबुक, जियो के प्लैटफ़ॉर्म्स में ₹43,574 करोड़ का निवेश कर 9.99% की हिस्सेदारी लेगा।

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  मुंबई : रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड, जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड और फ़ेसबुक इंक ने एक बाइंडिंग अग्रीमेंट पर हस्ताक्षर की घोषणा की है। जिसके मुताबिक फ़ेसबुक ने जियो प्लैटफ़ॉर्म्स में ₹ 43,574 करोड़ ($6.22 अरब) का निवेश किया है। फ़ेसबुक के इस निवेश से जियो प्लैटफ़ॉर्म्स की “प्री मनी एंटरप्राइज़ वैल्यू” ₹ 4.62  लाख करोड़ ($65.95 अरब) है; कन्वर्ज़न रेट ₹ 70 प्रति डॉलर माना गया है। फ़ेसबुक के निवेश के बाद उसे जियो प्लैटफ़ॉर्म्स में 9.99% की हिस्सेदारी (“फ़ुली डायल्यूटेड बेसिस” पर) मिल जाएगी।   जियो प्लैटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की “फ़ुली ओन्ड सब्सिडियरी” है। ये एक “नेक्स्ट जनरेशन” टेक्नॉलोजी कंपनी है जो भारत को एक डिजिटल सोसायटी बनाने के काम में मदद कर रही है। इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल ईकोसिस्टम और भारत के नंबर #1 हाइ-स्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफ़ॉर्म को एक-साथ लाने का काम कर रही है। रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, वो जियो प्लैटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की “होल्ली ओन्ड सब्सिडियरी” बनी रहेगी। जियो एक ऐसे “डिजिटल भारत” का निर्माण करना चाहता है

कोरोना का विवरण हजारों साल पहले लिखा और वर्णित किया गया

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विजय सिंह बिष्ट कोरोना की महामारी ने समस्त विश्व को विचलित कर दिया है। इस अज्ञात शत्रु  ने युद्ध की विभीषिकाओं को भी पीछे छोड़ दिया है।ऐसा तो महाभारत के युद्ध में भी अप्रत्याक्षित रूप से जन हानि नहीं होगी। आखिर यह वायरस इतना प्रबल रूप कैसे धारण करता है जब कि वैज्ञानिक इसको निर्जीव मानकर चल रहे हैं। आजकल सारे बुद्धिजीवी इसको चीन द्वारा निर्मित वायरस बता रहे हैं। तो कोई रामचरितमानस की पृष्ठ संख्या 538पर अंकित चौपाइयों और दोहे का उदाहरण दे रहे हैं। कुछ जीवविज्ञान के पुस्तकों में कोरोना को दिखा रहे हैं।मानस की चौपाइयों पर रेखांकित कर के दिखाया जाता है कि सब कै निंदा जे जड़ करहीं, ते चमगादुर होइ अवतरहीं। इस में न तो ऊपर की चौपाइयों को अर्थ लिया जा रहा है। नहीं नीचे की पंक्तियों को लिया जा रहा है। वास्तव में यह रोग तुलसी दास की इन प्रारसंगिक पंक्तियों में या तो पूर्व में हुए रोग की ओर इशारा करता है अथवा भविष्यवक्ता के रूप में चेतावनी देते हैं। वैसे यह आवश्यक है कि जब विद्वान का उपहास होने लगता है अथवा अज्ञान चरम पर हो तब हानिकारक कारक पैदा होगे ही। इस पृष्ठ की सारी चौपाइयां और दोहे इस रोग की

महिला ने कहा उस दिन लॉक डाउन नहीं था

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चित्रकारों की कला का बेहतरीन नमूना

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जिन्दगी तृप्ति है न प्यास है

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विजय सिंह बिष्ट जीवन दर्शन। जान है तो जहान है। जिंदगी दूर है न पास है। जिन्दगी तृप्ति है न प्यास है। मृत्यु तो सदा नवीन,साहस पास है। जिन्दगी दूर है न पास है। कोरोना दूर है न पास है चित्र बन रहा लकीर मिट रही। अज्ञात शत्रु हार रहा,आयु घट गई। राह में भटक रहा पथिक, आंखों में अश्रु हैं न हास है। कोराना भयानक शत्रु है जान है तो जहान है जी रहा स्नेह, मृत्यु जी रही। पग पग पर दृढ़ विश्वास है। हार जायेगा अदृश्य शत्रु भी, विजय मंत्र हमारे पास है। जान है तो जहान है। कोरोना दूर है न पास है। कर रहा मनुज अनेक यत्न, रक्षा सूत्र सभी हमारे पास हैं। अनंत की तरह अनंत भाव हैं।  अपूर्णता पूर्णता भरी,साहस प्रर्याप्त है। जिन्दगी दूर है न पास है कोरोना भगाइए,वह दूर है न पास है।  मोह जाल त्याग दीजिए, यही जाल तो कमाल है। दूरियां एक दिन मिट जाइगीं, दृढ साहस कीजिए,दिलाइए। यही कोरोना से जीत का विश्वास है।

जयपुर को पशुचिकित्सा परिषद की मान्यता विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में छाई खुशी की लहर

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बीकानेर । वेटरनरी विश्वविद्यालय के संघटक पशुचिकित्सा महाविद्यालय, जयपुर (पी.जी.आई.वी.ई.आर.) की स्नातक डिग्री को भारतीय पशुचिकित्सा परिषद् की प्रथम अनुसूचि में शामिल किया गया है। भारत सरकार के मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन और डेयरी विभाग की भारत के राजपत्र में प्रकाशित अधिसूचना के तहत पशुचिकित्सा महाविद्यालय, जयपुर को वी.सी.आई. की अनुसूचि में शामिल किया गया है।   वेटरनरी कौंसिल ऑफ इंडिया की सलाहकार समिति की अभिशंषा के बाद यह नोटिफिकेशन मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी किया गया है। वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विष्णु शर्मा ने इस निर्णय को एक उपलब्धि बताते हुए कहा कि इससे केन्द्र एवं राज्य सरकार से अनुदान और सहायता राशि मिलने का रास्ता प्रशस्त हो गया है। अब इस महाविद्यालय का चहुँमुखी विकास संभव हो सकेगा। कुलपति ने संस्थान के सभी संकाय सदस्यों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को उनके प्रयासों एवं टीम वर्क के लिए बधाई दी है। पशुचिकित्सा महाविद्यालय, जयपुर के भारतीय पशुचिकित्सा परिषद् की पहली अनुसूचि में सम्मिलित करने की खबर जैसे ही पहुँ

करोड़ों भारतीयों के साथ संवाद के लिए ‘कोविड इंडिया सेवा’ प्लेटफॉर्म

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कोविड-19 से संबंधित नवीनतम विश्वसनीय जानकारी पाने के लिए  @CovidIndiaSeva  को फॉलो करें आप कोविड-19 से संबंधित किसी विशेष प्रश्न का उत्‍तर पाने के लिए  @CovidIndiaSeva  पर भी ट्वीट कर सकते हैं, और अधिकारी उचित जानकारी के साथ आपके ट्वीट का जवाब देंगे यह एकाउंट कोविड-19 से संबंधित आपके सवालों का जवाब देने के लिए बनाया गया है। हालांकि, अपने सवाल के साथ ट्वीट करने के लिए आपको संपर्क विवरण, पहचान दस्तावेज और निजी स्वास्थ्य रिकॉर्ड जैसी कोई भी निजी या संवेदनशील जानकारी देने की आवश्यकता नहीं है।  नयी दिल्ली -केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने ‘कोविड इंडिया सेवा’ का शुभारंभ किया, जो इस महामारी से निपटने के बीच करोड़ों भारतीयों के साथ संवाद का सीधा चैनल स्थापित करने के लिए एक संवादात्‍मक प्‍लेटफॉर्म है। इस पहल का उद्देश्‍य वास्तविक समय में पारदर्शी ई-गवर्नेंस डिलीवरी को सक्षम बनाना और विशेष रूप से कोविड-19 महामारी जैसी मौजूदा संकटपूर्ण परिस्थितियों में बड़ी तेजी से नागरिकों के अनगिनत प्रश्नों का जवाब देना है। इसके जरिए लोग @CovidIndiaSeva  पर सवाल कर सकते हैं और उन्हें